लौरा एस्क्विवेल की "मालिनचे" पुस्तक में, नायक स्मृति के सार और हमारी आंतरिक दृष्टि के लिए इसके संबंध को दर्शाता है। वह बताती हैं कि मेमोरी केवल तथ्यों की एक श्रृंखला नहीं है, बल्कि एक ज्वलंत अनुभव है जो शब्दों को समृद्ध छवियों में बदल देता है, यह सुझाव देता है कि हमारे स्मरणों को विज़ुअलाइज़ेशन के माध्यम से गहराई प्राप्त होता है।
यह परिप्रेक्ष्य हमारी यादों को आकार देने में छवियों के महत्व को उजागर करता है। उनके बिना, शब्द अपना महत्व खो देते हैं, और हम अपने अतीत को पूरी तरह से याद या समझ नहीं सकते। Esquivel इस बात पर जोर देता है कि मेमोरी हमें अनुभवों को आंतरिक करने की अनुमति देती है, जिससे उन्हें पदार्थ और रंग मिलता है जो उन्हें यादगार और सार्थक बनाता है।
लौरा एस्क्विवेल की पुस्तक "मालिनचे" में, नायक स्मृति के सार और हमारे आंतरिक दृष्टि के लिए इसके संबंध को दर्शाता है। वह बताती हैं कि मेमोरी केवल तथ्यों की एक श्रृंखला नहीं है, बल्कि एक ज्वलंत अनुभव है जो शब्दों को समृद्ध छवियों में बदल देता है, यह सुझाव देता है कि हमारे स्मरणों को विज़ुअलाइज़ेशन के माध्यम से गहराई मिलती है।
यह परिप्रेक्ष्य हमारी यादों को आकार देने में छवियों के महत्व को उजागर करता है। उनके बिना, शब्द अपना महत्व खो देते हैं, और हम अपने अतीत को पूरी तरह से याद या समझ नहीं सकते। Esquivel इस बात पर जोर देता है कि मेमोरी हमें अनुभवों को आंतरिक करने की अनुमति देती है, जिससे उन्हें पदार्थ और रंग मिलता है जो उन्हें यादगार और सार्थक बनाता है।