बौद्ध क्या करते हैं। हर दिन, अपने कंधे पर एक छोटा पक्षी है जो पूछता है। आज का दिन है? क्या मैं तैयार हूं? क्या मैं वह सब कर रहा हूं जो मुझे करने की ज़रूरत है? क्या मैं वह व्यक्ति हूं जो मैं बनना चाहता हूं?
(Do what the Buddhists do. Every day, have a little bird on your shoulder that asks. Is today the day? Am I ready? Am I doing all I need to do? Am I being the person I want to be?)
मिच एल्बम द्वारा "मंगलवार के साथ मंगलवार के साथ मंगलवार" का यह अंश पाठकों को दैनिक आत्म-प्रतिबिंब में संलग्न होने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह एक छोटे से पक्षी की मानसिकता को अपनाने का सुझाव देता है जो आत्मनिरीक्षण का संकेत देता है, व्यक्तियों को जीवन की चुनौतियों के लिए अपनी तत्परता का आकलन करने में मदद करता है और क्या वे प्रामाणिक रूप से जी रहे हैं। इस तरह...