उसके पास एक अच्छा चेहरा था, उसकी नाक में कुछ चंकी था जिसे मैं पीछे ले जा सकता था।
(He had a good face to him, something chunky in his nose that I could get behind.)
एमी बेंडर का "द कलर मास्टर: स्टोरीज़" एक ऐसा चरित्र प्रस्तुत करता है, जो एक आकर्षक रूप के पास है। विवरण उनकी उपस्थिति में एक निश्चित गर्मजोशी और सापेक्षता का सुझाव देता है, विशेष रूप से उसकी नाक के विशिष्ट आकार पर ध्यान केंद्रित करता है, जो उसके चेहरे पर चरित्र जोड़ता है। इसका तात्पर्य उसके साथ परिचित होने की भावना है, जैसे कि कथाकार उसके भौतिक लक्षणों के लिए तैयार है जो एक तरह के कनेक्शन को पैदा करता है।
यह अवलोकन इस विषय पर प्रकाश डालता है कि भौतिक विशेषताएं लोगों की धारणाओं को कैसे प्रभावित कर सकती हैं। नायक के चेहरे के लिए कथाकार की सराहना, विशेष रूप से इसका "चंकी" पहलू, सौंदर्य की गहरी समझ को दर्शाता है जो पारंपरिक मानकों को पार करता है। यह बताता है कि आकर्षण अद्वितीय लक्षणों में पाया जा सकता है, इस विचार को मजबूत करता है कि प्रत्येक व्यक्ति के पास प्रशंसा के लायक गुण हैं।