अगर मैं घर वापस जाऊं और पहले जैसा होने का दिखावा करूं तो जीवन भर मेरे मुंह में जहर का स्वाद चखता रहेगा।

अगर मैं घर वापस जाऊं और पहले जैसा होने का दिखावा करूं तो जीवन भर मेरे मुंह में जहर का स्वाद चखता रहेगा।


(I would have the taste of poison in my mouth all the days of my life, if I went back home and pretended to be what I was before.)

📖 Orson Scott Card

🌍 अमेरिकी  |  👨‍💼 लेखक

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ऑरसन स्कॉट कार्ड द्वारा "ज़ेनोसाइड" की कथा में, उद्धरण में व्यक्त भावना चरित्र के गहन आंतरिक संघर्ष को दर्शाती है। पिछली पहचान पर लौटना जो अब फिट नहीं बैठती, जहर खाने जैसा महसूस होता है, जो किसी के सच्चे स्व को नकारने में शामिल गहरी असुविधा और संभावित आत्म-विश्वासघात का संकेत देता है। यह पात्र अपने से कुछ बड़ा होने का दिखावा करने के भावनात्मक प्रभाव से डरता है।

यह शक्तिशाली रूपक व्यक्तिगत विकास की चुनौतियों और सामाजिक अपेक्षाओं के प्रभाव पर प्रकाश डालता है। प्रामाणिकता को अपनाना कठिन हो सकता है, क्योंकि इसमें अक्सर अपने आस-पास के लोगों की अस्वीकृति का सामना करना पड़ता है। 'जहर के स्वाद' के साथ जीने का विचार बताता है कि स्वयं के प्रति सच्चे न होने से निरंतर दर्द और असंतोष होता है, जो जीवन के माध्यम से किसी की यात्रा में आत्म-स्वीकृति और ईमानदारी के महत्व पर जोर देता है।

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अद्यतन
अक्टूबर 31, 2025

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