कभी -कभी हम विश्वास नहीं कर सकते कि हम क्या देखते हैं, हमें विश्वास करना होगा कि हम क्या महसूस करते हैं। और अगर हम चाहते हैं कि अन्य लोग हम पर भरोसा करें, तो हमें यह महसूस करना होगा कि हम उन पर भी भरोसा कर सकते हैं-यहां तक ​​कि जब हम अंधेरे में होते हैं। यहां तक ​​कि जब हम गिर रहे हैं।


(Sometimes we can't believe what we see, we have to believe what we feel. And if we want others to trust us, we have to feel that we can trust them too--even when we're in the dark. Even when we are falling.)

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मिच एल्बम के "मंगलवार के साथ मोररी" में, लेखक विश्वास और धारणा की प्रकृति पर प्रतिबिंबित करता है। वह सुझाव देते हैं कि कभी -कभी हमारी मान्यताएं जो हम देखते हैं, उसके साथ संरेखित नहीं हो सकते हैं, केवल दृष्टि पर हमारी भावनाओं पर भरोसा करने के महत्व पर जोर देते हैं। इसका तात्पर्य यह है कि भावनात्मक अंतर्ज्ञान हमारे आसपास की दुनिया की हमारी समझ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इसके अलावा, उद्धरण पर प्रकाश डाला गया है कि रिश्तों के लिए, पारस्परिक विश्वास आवश्यक है। यह हमें दूसरों पर विश्वास को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता है, यहां तक ​​कि चुनौतीपूर्ण समय में या जब अनिश्चितताएं उत्पन्न होती हैं। यह गहन अंतर्दृष्टि हमें याद दिलाती है कि एक दूसरे में भेद्यता और विश्वास मजबूत कनेक्शन बनाने के लिए मौलिक हैं।

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अद्यतन
जनवरी 22, 2025

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