अपनी पुस्तक "हैव ए लिटिल फेथ" में, मिच अल्बोम इस अवधारणा पर प्रतिबिंबित करता है कि मनुष्य अपने भीतर एक अंतर्निहित देवत्व रखता है। यह विचार बताता है कि हर व्यक्ति में परमात्मा की एक चिंगारी है, जो उनकी पसंद और कार्यों को प्रभावित करता है। इस दिव्य तत्व के साथ -साथ स्वतंत्र इच्छा का महत्वपूर्ण घटक है, जिससे लोगों को जीवन में अपने निर्णय लेने की अनुमति मिलती है।...