कभी-कभी मैं सपने देखता हूं-"" मैं इसे आपके गुरुत्वाकर्षण पर रखूंगा।


(Sometimes I dream--""I'll put that on your gravestone.)

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फिलिप के। डिक की "चयन" पुस्तक में, लेखक सपनों और आकांक्षाओं के लेंस के माध्यम से पसंद और वास्तविकता के विषयों की पड़ताल करता है। वाक्यांश "कभी-कभी मैं सपने देखता हूं-" लालसा की भावना और मानव इच्छाओं की जटिलता को समझाता है। डिक जीवन में पहचान और विकल्पों पर व्यक्तिगत सपनों के प्रभाव में देरी करता है। उद्धरण "मैं अपने गुरुत्वाकर्षण पर डालूंगा" हास्यपूर्वक इन सपनों के गंभीर निहितार्थों का सुझाव देता है। तात्पर्य यह है कि सपने न केवल हमारे जीवन को आकार दे सकते हैं, बल्कि यह भी कि हमें मृत्यु के बाद कैसे याद किया जाता है। डिक का काम पाठकों को चुनौती देता है कि वे अपनी पसंद के महत्व और उनके द्वारा छोड़ दी गई विरासत को प्रतिबिंबित करें।

फिलिप के। डिक की पुस्तक "चुनें" में, लेखक सपनों और आकांक्षाओं के लेंस के माध्यम से पसंद और वास्तविकता के विषयों की खोज करता है। वाक्यांश "कभी-कभी मैं सपने देखता हूं-" लालसा की भावना और मानव इच्छाओं की जटिलता को समझाता है। डिक जीवन में पहचान और विकल्पों पर व्यक्तिगत सपनों के प्रभाव में देरी करता है।

उद्धरण "मैं अपने गुरुत्वाकर्षण पर डालूँगा" विनोदी रूप से इन सपनों के गंभीर निहितार्थों का सुझाव देता है। तात्पर्य यह है कि सपने न केवल हमारे जीवन को आकार दे सकते हैं, बल्कि यह भी कि हमें मृत्यु के बाद कैसे याद किया जाता है। डिक के काम पाठकों को उनकी पसंद के महत्व और उनके द्वारा छोड़ दी गई विरासत के महत्व को प्रतिबिंबित करने के लिए चुनौती देता है।

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अद्यतन
जनवरी 24, 2025

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