डर है कि आप अपना जीवन कैसे खो देते हैं ... एक बार में थोड़ा सा ... हम क्या डरते हैं, हम दूर ले जाते हैं ... विश्वास।
(Fear is how you lose your life...a little bit at a time...What we give to fear, we take away from...faith.)
मिच एल्बॉम की पुस्तक, "द फर्स्ट फ़ोन कॉल फ्रॉम हेवेन" में लेखक हमारे जीवन पर डर के हानिकारक प्रभावों की पड़ताल करता है। उनका सुझाव है कि डर धीरे-धीरे हमारी भावना को कम कर सकता है, जीवन और शक्ति को हमसे छीन सकता है। डर में बिताया गया हर पल खुशी, विकास और संतुष्टि के अवसर छीन लेता है।
एल्बॉम डर और विश्वास के बीच अंतर पर भी प्रकाश डालता है, इस बात पर जोर देता है कि जब हम डर को अपने विचारों और कार्यों पर हावी होने देते हैं, तो हम खुद को उस विश्वास से वंचित कर लेते हैं जो हमें सशक्त बना सकता है। यह अंतर्दृष्टि हमारे डर का सामना करने और उस पर काबू पाने के लिए एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करती है, जिससे विश्वास में पाई जाने वाली शक्ति और आशा पुनः प्राप्त होती है।