उसके बूढ़े पिता कहते थे कि भगवान अच्छा है, और वह अच्छा था, लेकिन वह बहुत व्यस्त भी था। उसे बस और फिर से थोड़ी मदद की जरूरत थी।
(Her old dad used to say God is good, and he was good, but he was also very busy. He just needed a bit of help now and again.)
उद्धरण इस परिप्रेक्ष्य को दर्शाता है कि जबकि ईश्वर अच्छाई का प्रतीक है, वह अक्सर अपनी जिम्मेदारियों की मांगों के कारण दूर दिखाई देता है। यह एक विश्वास बताता है कि दिव्य हस्तक्षेप हमेशा आसानी से उपलब्ध नहीं होता है, और एक निहितार्थ है कि मनुष्य दुनिया में उस अच्छाई की सहायता या सुविधा में एक भूमिका निभा सकता है।
यह विचार मार्टिना कोल द्वारा "द बिजनेस" पुस्तक के संदर्भ में गूंज सकता है, जहां समर्थन, निर्भरता और मानव एजेंसी के विषयों के खेलने की संभावना है। यह व्यक्तिगत जवाबदेही और समुदाय के महत्व को अच्छाई को बढ़ावा देने और चुनौतियों पर काबू पाने में जोर देता है।