उनका बेटा परपीड़क प्रवृत्ति वाला एक कमजोर और मानसिक रूप से अस्थिर युवक था - जो अंग्रेजों के साथ उसके वर्तमान इश्कबाज़ी को स्पष्ट करने में काफी मददगार साबित हुआ।
(his son was a weak and mentally unstable young man with sadistic inclinations-which went a long way toward explaining his current flirtation with the British)
स्कॉट एंडरसन की पुस्तक "लॉरेंस इन अरेबिया: वॉर, डीसिट, इंपीरियल फॉली एंड द मेकिंग ऑफ द मॉडर्न मिडिल ईस्ट" टी.ई. की जटिलताओं पर प्रकाश डालती है। लॉरेंस का जीवन और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान उनकी भूमिका। यह उस समय महत्वाकांक्षा, धोखे और मध्य पूर्व के अशांत परिदृश्य के बीच परस्पर क्रिया की जांच करता है। कथा लॉरेंस की प्रेरणाओं, विभिन्न गुटों के साथ उनकी बातचीत और आधुनिक इतिहास पर उनके कार्यों के गहरे प्रभाव पर प्रकाश डालती है।
पुस्तक में चर्चा किया गया एक विशेष रूप से दिलचस्प पहलू लॉरेंस का अपने बेटे के साथ संबंध है, जिसे कमजोर और मानसिक रूप से अस्थिर, परपीड़क प्रवृत्ति का प्रदर्शन करने वाला दर्शाया गया है। यह चरित्र-चित्रण ब्रिटिशों के साथ लॉरेंस के अस्थिर संबंधों के मनोवैज्ञानिक आधार और युद्ध और शाही महत्वाकांक्षाओं के संदर्भ में उनके निर्णयों के व्यापक निहितार्थों को उजागर करने का कार्य करता है।