मैंने सामंथा को देखा था
(I'd watched Samantha)
टी.सी. बॉयल की "सामंथा" एक कथा है जो व्यक्तिगत संबंधों और पहचान के आसपास के जटिल विषयों में देरी करती है। कहानी सामन्था नामक एक महिला की नायक की टिप्पणियों का पालन करती है, जिससे पाठकों को उसके व्यक्तित्व और उसकी बातचीत की गतिशीलता का गवाह है। इस लेंस के माध्यम से, कथा मानव संबंध की भावनात्मक पेचीदगियों और किसी अन्य व्यक्ति की आंतरिक दुनिया को समझने की चुनौतियों की पड़ताल करती है।