पागलपन संक्रामक है।
(Insanity is contagious.)
जोसेफ हेलर के उपन्यास "कैच -22," वाक्यांश "पागलपन संक्रामक है" में
युद्ध की बेतुकेपन और अराजकता को दर्शाता है। चरित्र के अनुभव इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि उनके परिवेश की तर्कहीनता किसी की मानसिक स्थिति को कैसे प्रभावित कर सकती है। अथक नौकरशाही और विरोधाभासी नियम जो वे सामना करते हैं, वह पागलपन की भावना पैदा करता है जो सैनिकों के बीच फैलता है, यह सुझाव देते हुए कि...