चलो स्पष्ट हो। ग्रह खतरे में नहीं है। हम खतरे में हैं। हमें ग्रह को नष्ट करने की शक्ति नहीं मिली है - या इसे बचाने के लिए। लेकिन हमारे पास खुद को बचाने की शक्ति हो सकती है।
(Let's be clear. The planet is not in jeopardy. We are in jeopardy. We haven't got the power to destroy the planet - or to save it. But we might have the power to save ourselves.)
माइकल क्रिच्टन के "जुरासिक पार्क" में, लेखक ग्रह के संबंध में मानवता की अनिश्चित स्थिति पर जोर देता है। वह दावा करता है कि जबकि पृथ्वी मानवीय कार्यों की परवाह किए बिना सहन करेगी, यह मानवता है जो संभावित बर्बादी का सामना करती है। यह परिप्रेक्ष्य पृथ्वी के बारे में चिंताओं से ध्यान केंद्रित करता है, जो मानव सभ्यता के अस्तित्व के लिए ही है, पर्यावरण के विध्वंसक के बजाय हमारी भूमिका को उजागर करता है।
उद्धरण से पता चलता है कि प्रकृति की व्यापक ताकतों को नियंत्रित करने की हमारी सीमित क्षमता के बावजूद, हम अपनी पसंद और कार्यों के माध्यम से अपने भाग्य को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। क्रिच्टन पाठकों को खुद को सुरक्षित रखने के प्रति हमारी जिम्मेदारी के महत्व को पहचानने के लिए प्रोत्साहित करता है और हमारे सामने आने वाली चुनौतियों के बीच हमारे अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय कदम उठाने की तात्कालिकता पर जोर देता है।