शक्ति न तो पुरुष या महिला है।
(Power is neither male or female.)
माइकल क्रिच्टन की पुस्तक "डिस्क्लोजर" में, पावर डायनेमिक्स के विषय का पता लगाया जाता है, इस बात पर जोर देते हुए कि शक्ति एक तटस्थ बल है, स्वाभाविक रूप से लिंग से बंधा नहीं है। कथा बताती है कि कैसे व्यक्ति अपनी लिंग पहचान की परवाह किए बिना शक्ति में हेरफेर कर सकते हैं, उस क्षमता और क्षमता को प्रदर्शित करते हुए पारंपरिक लिंग भूमिकाओं को दर्शाते हैं। क्रिच्टन का दावा है कि "शक्ति न तो पुरुष है या महिला" नेतृत्व और अधिकार पर सामाजिक विचारों की एक महत्वपूर्ण परीक्षा के रूप में कार्य करती है। यह पाठकों को चुनौती देता है कि वे अपने पूर्वाग्रहों और पूर्व धारणाओं पर पुनर्विचार करें कि कौन विभिन्न संदर्भों में प्रभावी रूप से शक्ति को बढ़ा सकता है।
माइकल क्रिच्टन की पुस्तक "डिस्क्लोजर" में, पावर डायनेमिक्स के विषय का पता लगाया जाता है, इस बात पर जोर देते हुए कि शक्ति एक तटस्थ बल है, स्वाभाविक रूप से लिंग से बंधा नहीं है। कथा बताती है कि कैसे व्यक्ति अपनी लिंग पहचान की परवाह किए बिना शक्ति में हेरफेर कर सकते हैं, उस क्षमता और क्षमता को प्रदर्शित करते हुए पारंपरिक लिंग भूमिकाओं को दर्शाते हैं।
क्रिच्टन का दावा है कि "शक्ति न तो पुरुष है या महिला" नेतृत्व और अधिकार पर सामाजिक विचारों की एक महत्वपूर्ण परीक्षा के रूप में कार्य करती है। यह पाठकों को चुनौती देता है कि वे अपने पूर्वाग्रहों और पूर्व धारणाओं पर पुनर्विचार करें कि कौन विभिन्न संदर्भों में प्रभावी रूप से शक्ति को बढ़ा सकता है।