उसने संयोजन को पेचीदा पाया। क्योंकि तीन थे, हर समय दो बहनें हाथ पकड़े हुए एक ही दिशा का सामना कर रही होंगी। और एक अलग तरीके से सामना कर रहा होगा। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने इसे कैसे देखा, दो हमेशा एकजुट होंगे। और एक अलग होगा। लेकिन कौन से दो? और कौन सा?
(She found the combination intriguing. Because there were three, at all times two sisters holding hands would be facing the same direction. And one would be facing a different way. No matter how you looked at it, two would always be united. And one would be separate. But which two? And which one?)
लेखक तीन बहनों की एक मनोरम छवि प्रस्तुत करता है, जहां उनके रिश्तों का गतिशील नेत्रहीन और प्रतीकात्मक रूप से उनके पदों के माध्यम से प्रतिनिधित्व किया जाता है। दो बहनों के साथ हमेशा हाथ पकड़े और एक दिशा में गठबंधन किया जाता है, एक तीसरी बहन को सदा के लिए अलग -अलग सेट किया जाता है, जिससे एकता और व्यक्तित्व के बीच संतुलन बन जाता है। यह पेचीदा व्यवस्था पारिवारिक संबंधों की जटिलताओं को उजागर करते हुए, सिबलिंग बॉन्ड पर प्रतिबिंब को आमंत्रित करती है।
एकजुटता और पृथक्करण का यह अंतर बहनों के बीच पहचान और संबंध के बारे में सवाल उठाता है। यह उन पर विचार करता है जो बहनें एक करीबी बंधन साझा करती हैं और उनकी बातचीत उनके व्यक्तिगत अनुभवों को कैसे आकार देती है। लेखक कुशलता से इन विषयों को कथा में बुनता है, यह दर्शाता है कि कैसे करीबी रिश्तों के भीतर भी, विचलन और एकजुटता की बारीकियां हो सकती हैं।