आप मुझे याद दिलाते हैं कि लोग मेटाडेटा के योग से अधिक हैं जो खोद सकते हैं
(You remind me people are more than the sum of the metadata one can dig up)
एम्मा होली की पुस्तक "बेक एंड कॉल" में, कथा सतही डेटा से परे व्यक्तियों को पहचानने के महत्व पर जोर देती है जो अक्सर उनके अस्तित्व को परिभाषित करती है। कहानी दिखाती है कि व्यक्तिगत कनेक्शन और अनुभव लोगों को उन तरीकों से कैसे आकार देते हैं जो संख्या और आंकड़े कैप्चर नहीं कर सकते हैं। यह गहराई मानव बातचीत की समृद्धि और पहचान की जटिलता पर प्रकाश डालती है। उद्धरण "आप मुझे याद दिलाते हैं कि लोग मेटाडेटा के योग से अधिक हैं, एक को खोद सकते हैं" इस विषय को यह बताते हुए कि सही मूल्य और पहचान केवल मात्रात्मक मैट्रिक्स द्वारा निर्धारित नहीं की जाती है। इसके बजाय, यह एक गहरी समझ के लिए कहता है कि इसका मतलब मानव होने का क्या मतलब है, एक तेजी से डेटा-संचालित दुनिया में सहानुभूति और कनेक्शन की वकालत करना।
एम्मा होली की पुस्तक "बेक एंड कॉल" में, कथा सतही डेटा से परे व्यक्तियों को पहचानने के महत्व पर जोर देती है जो अक्सर उनके अस्तित्व को परिभाषित करती है। कहानी दिखाती है कि व्यक्तिगत कनेक्शन और अनुभव लोगों को उन तरीकों से कैसे आकार देते हैं जो संख्या और आंकड़े कैप्चर नहीं कर सकते हैं। यह गहराई मानव बातचीत की समृद्धि और पहचान की जटिलता पर प्रकाश डालती है।
उद्धरण "आप मुझे याद दिलाते हैं कि लोग मेटाडेटा के योग से अधिक हैं, जो खोद सकता है" इस विषय को समझाता है कि यह दावा करते हुए कि सही मूल्य और पहचान केवल मात्रात्मक मैट्रिक्स द्वारा निर्धारित नहीं की जाती है। इसके बजाय, यह एक गहरी समझ के लिए कहता है कि इसका मतलब मानव होने का क्या मतलब है, एक तेजी से डेटा-चालित दुनिया में सहानुभूति और कनेक्शन की वकालत करना।