इस प्रकार, दर्द और जीवन जुड़वाँ हैं। मैं अब एक आदमी के कपड़ों में शुद्ध दर्द के अलावा कुछ नहीं हूं


(Thus, pain and life are twins. I am now nothing but pure pain in a man’s clothing)

📖 Naguib Mahfouz


🎂 December 11, 1911  –  ⚰️ August 30, 2006
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उद्धरण दर्द और अस्तित्व के बीच गहरे संबंध को उजागर करता है, यह सुझाव देता है कि वे जीवन में अविभाज्य साथी हैं। वक्ता दर्द से अभिभूत होने की भावना व्यक्त करता है, यह दर्शाता है कि यह पीड़ा उनकी प्राथमिक पहचान बन गई है, जो उनके सार को केवल एक स्थिति की स्थिति में कम करती है। एक "आदमी के कपड़ों" के इस रूपक का अर्थ है कि भौतिक रूप सिर्फ एक मुखौटा है, जबकि वास्तविक प्रकृति संकट से भर जाती है।

नागुइब महफूज़, अपनी पुस्तक "पैलेस ऑफ डिज़ायर" में, दुख के विषयों और मानव अनुभव को आकार देने में इसकी भूमिका की पड़ताल करता है। यह उद्धरण जीवन में सामना किए गए संघर्षों पर एक मार्मिक प्रतिबिंब के रूप में कार्य करता है, इस बात पर जोर देते हुए कि दर्द न केवल एक क्षणिक भावना है, बल्कि जीवित होने का एक मुख्य पहलू है। यह पाठकों को इस बात पर विचार करने के लिए आमंत्रित करता है कि दर्द मानव स्थिति की जटिलता को रेखांकित करते हुए पहचान और परिप्रेक्ष्य को कैसे प्रभावित करता है।

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अद्यतन
जनवरी 24, 2025

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