कितना अविभाजित, मूर्ख की नींद।


(How undisturbed, the sleep of the foolish.)

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फिलिप के। डिक के "रेडियो फ्री अल्बमथ" से उद्धरण "हाउ अनडिस्टर्ब्ड, द स्लीप ऑफ द फुलिश" अज्ञानता और शालीनता के बारे में गहराई से अवलोकन को दर्शाता है। यह बताता है कि जो लोग दुनिया की जटिलताओं में अनजान या निर्बाध हैं, वे एक असमान और शांतिपूर्ण अस्तित्व का अनुभव करते हैं। जागरूकता की यह कमी एक आशीर्वाद और अभिशाप दोनों हो सकती है, क्योंकि यह उन्हें कठोर वास्तविकताओं से ढाल देता है, लेकिन उन्हें गहरी समझ और अनुभव को भी लूटता है।

यह अंतर्दृष्टि मानव स्थिति पर एक टिप्पणी के रूप में कार्य करती है, जहां कुछ व्यक्ति अराजकता और उनके आसपास की चुनौतियों से बेखबर रहना पसंद करते हैं। इसके विपरीत, जो लोग दुनिया के साथ जुड़ते हैं, वे उथल -पुथल और संघर्ष का सामना कर सकते हैं, लेकिन ज्ञान और विकास भी प्राप्त कर सकते हैं। डिक का काम अक्सर धारणा और वास्तविकता के विषयों की पड़ताल करता है, अज्ञानता और जागरूकता और मानव अनुभव के अलग -अलग रास्तों के बीच द्वंद्ववाद को उजागर करता है।

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अद्यतन
जनवरी 24, 2025

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