कार्वर ने कहा, लगभग अंधेरे में हमने खुद को मार डाला। वह चला गया है। यदि आवश्यक हो, तो उसके ऊपर कुछ ठोस ब्लॉक रख दें। किस मामले में? टैरिन ने खुद से मुग्ध होकर पूछा। कुंआ । . . शरीर की गैसें, कार्वर ने कहा। ज़मीन थोड़ी गीली थी, आप नहीं चाहेंगे कि वह उभरे।
(Just about killed ourselves out there in the dark, Carver said. He's gone. Put a few concrete blocks on top of him, just in case. In case of what? Taryn asked, fascinated in spite of herself. Well . . . body gases, Carver said. The ground was a little wet, you wouldn't want him popping up.)
जॉन सैंडफोर्ड की कहानी "सिल्कन प्री" में, कार्वर नाम का एक पात्र उस अंधेरे और चुनौतीपूर्ण स्थिति को दर्शाता है जिसका उसने हाल ही में सामना किया था। वह खतरे और तात्कालिकता की भावना का सुझाव देते हुए, उनके सामने आने वाली कठिनाइयों का वर्णन करता है। किसी पिंड पर कंक्रीट ब्लॉक लगाने का उल्लेख यह सुनिश्चित करने के लिए एक गंभीर प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि जमीन से कोई गंभीर चीज़ दोबारा न उभरे।
बातचीत से उत्सुक होकर टैरिन ने ऐसे एहतियाती उपायों की आवश्यकता पर सवाल उठाए। कार्वर बताते हैं कि यह शरीर की प्राकृतिक प्रक्रियाओं के कारण होता है, विशेष रूप से नम परिस्थितियों में, जिसके कारण शरीर सतह पर आ सकता है। यह उनके गंभीर कार्य की वास्तविकता को उजागर करते हुए भयानक हास्य की एक परत जोड़ता है।