सिल्वी की इच्छा थी कि वह डोरोगिन की पथराई आंखों को बाहर निकाल सके और इतिहास की दिशा बदल सके। वह चाहती थी कि फ्थूम को कोई समुद्री राक्षस खा गया हो।
(Sylvi wished she could gouge out the look in Dorogin's stony eyes, and change the course of history. She wished Fthoom had been eaten by a sea monster.)
सिल्वी के मन में डोरोगिन की आँखों की अडिग अभिव्यक्ति को बदलने की गहरी इच्छा थी और वह अपने जीवन में सामने आई घटनाओं और अपने लोगों के भाग्य को फिर से लिखना चाहती थी। इतिहास का बोझ उस पर दबाव डाल रहा था, जिससे वह अतीत को बदलने की शक्ति के लिए तरस रही थी।
अपने दिल में, उसने फ्थूम को एक समुद्री राक्षस द्वारा निगल लिए जाने की कल्पना की, यह कल्पना करते हुए कि भाग्य के ऐसे मोड़ ने उसे उसके बाद होने वाली उथल-पुथल से कैसे बचा लिया होगा। सिल्वी के विचार अफसोस और एक अलग वास्तविकता की लालसा से भरे हुए थे, जो उन परिस्थितियों के खिलाफ उसके संघर्ष को प्रदर्शित करता था जिन्होंने उसके अस्तित्व को आकार दिया था।