हथियार ऐसे प्राणियों द्वारा उठाए जा सकते हैं जो दुष्ट, बेईमान, हिंसक या आलसी हैं। सच्चा योद्धा अच्छा, सौम्य और ईमानदार होता है। उनकी बहादुरी उनके भीतर से आती है; वह अपने डर और दुष्कर्मों पर विजय पाना सीखता है।-मैथियास
(Weapons may be carried by creatures who are evil, dishonest, violent or lazy. The true warrior is good, gentle and honest. His bravery comes from within himself; he learns to conquer his own fears and misdeeds.-Matthias)
ब्रायन जैक्स के "मैटिमियस" के मैथियास के अनुसार, हथियार उन लोगों द्वारा उपयोग किए जा सकते हैं जो बुराई, बेईमानी, हिंसा या आलस्य जैसे नकारात्मक गुणों को अपनाते हैं। यह इस विचार पर प्रकाश डालता है कि केवल शक्ति या हथियार रखना ही सच्ची ताकत या बड़प्पन को परिभाषित नहीं करता है। इसके बजाय, यह इस बात पर जोर देता है कि सच्चे योद्धाओं की पहचान उनकी अच्छाई, सज्जनता और ईमानदारी से होती है।
बहादुरी का सार आंतरिक स्रोत से उत्पन्न होता है, क्योंकि सच्ची वीरता में अपने स्वयं के डर और गलतियों का सामना करना शामिल है। साहस पर यह परिप्रेक्ष्य बताता है कि व्यक्तिगत विकास और नैतिक अखंडता शारीरिक शक्ति से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है, जो सतही ताकत और वास्तविक वीरता के बीच स्पष्ट अंतर दर्शाती है।