एक टैटू आपको एक व्यक्ति जैसा नहीं दिखाता।
(A tattoo doesn't make you look like an individual.)
यह उद्धरण इस धारणा को चुनौती देता है कि टैटू जैसे बाहरी प्रतीक किसी की विशिष्टता को परिभाषित करते हैं। सच्चा व्यक्तित्व भीतर से उत्पन्न होता है - विचार, विश्वास और कार्य जो हमें अलग करते हैं। केवल बाहरी दिखावे पर निर्भर रहना सतही हो सकता है; वास्तविक आत्म-अभिव्यक्ति के लिए बाहरी प्रवृत्तियों के अनुरूप होने के बजाय प्रामाणिकता और आंतरिक गहराई को अपनाने की आवश्यकता होती है। टैटू व्यक्तिगत कलात्मकता या स्मृति का एक रूप हो सकता है, लेकिन वे स्वचालित रूप से किसी व्यक्ति को वास्तव में अद्वितीय नहीं बनाते हैं। बाहरी दिखावे की अपेक्षा आंतरिक गुणों पर जोर देने से सच्ची वैयक्तिकता को बढ़ावा मिलता है।