आर्थिक सशक्तीकरण के बिना पूर्ण सामाजिक और राजनीतिक जुड़ाव असंभव है, यह बात महिलाओं के लिए भी उतनी ही सच है जितनी कि किसी भी लिंग के युवाओं के लिए।

आर्थिक सशक्तीकरण के बिना पूर्ण सामाजिक और राजनीतिक जुड़ाव असंभव है, यह बात महिलाओं के लिए भी उतनी ही सच है जितनी कि किसी भी लिंग के युवाओं के लिए।


(Full social and political engagement is impossible without economic empowerment, a point that is as true for women as it is for young people of either gender.)

📖 Arancha Gonzalez


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  • ---अरांचा गोंजालेज--- सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में सक्रिय भागीदारी को सक्षम करने में आर्थिक सशक्तिकरण की मूलभूत भूमिका पर जोर देती है। जब व्यक्तियों, विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं जैसे हाशिए पर रहने वाले समूहों के पास आर्थिक संसाधनों या अवसरों की कमी होती है, तो प्रभावित करने, वकालत करने या संलग्न होने की उनकी क्षमता पूरी तरह से कम हो जाती है। आर्थिक स्वतंत्रता न केवल आवाज के लिए मंच प्रदान करती है बल्कि आत्मविश्वास और एजेंसी को भी बढ़ावा देती है। यह अंतर्दृष्टि रेखांकित करती है कि स्थायी सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन आर्थिक समावेशिता पर निर्भर करता है, जो कुछ समूहों की भागीदारी को प्रतिबंधित करने वाली बाधाओं को तोड़ता है। इस प्रकार आर्थिक सशक्तीकरण में निवेश व्यापक सामाजिक प्रगति और लोकतांत्रिक जुड़ाव के लिए उत्प्रेरक हो सकता है।
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दिसम्बर 28, 2025

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