हाल ही में मैं खुद को यह समझाने पर काम कर रहा हूं कि हर चीज एक गणना है।
(Lately I've been working to convince myself that everything is a computation.)
----रूडी रूकर---
यह उद्धरण इस परिप्रेक्ष्य पर प्रकाश डालता है कि ब्रह्मांड और इसकी सभी घटनाओं को गणना के एक रूप के रूप में समझा जा सकता है, जो सूचना प्रसंस्करण की संभावित सार्वभौमिकता पर जोर देता है। यह हमें वास्तविकता को एक जटिल, परस्पर जुड़ी प्रणाली के रूप में देखने के लिए आमंत्रित करता है जहां प्रत्येक तत्व विशिष्ट नियमों या एल्गोरिदम का पालन करता है। ऐसा दृष्टिकोण दर्शन, कंप्यूटर विज्ञान और भौतिकी को मिश्रित करता है, एक ऐसे विश्वदृष्टिकोण को बढ़ावा देता है जहां चेतना, पदार्थ और एन्ट्रापी सभी एक व्यापक कम्प्यूटेशनल ढांचे का हिस्सा हो सकते हैं। यह विचार सशक्त और विनम्र दोनों हो सकता है - कृत्रिम बुद्धिमत्ता, सिमुलेशन सिद्धांत और वास्तविकता के ताने-बाने को समझने में प्रगति के द्वार खोलते हुए स्वतंत्र इच्छा और चेतना की हमारी समझ को चुनौती दे सकता है। यह हमें एल्गोरिदम और सूचना प्रसंस्करण के लेंस के माध्यम से अस्तित्व की मौलिक प्रकृति पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित करता है, यह सुझाव देता है कि शायद हम जो कुछ भी अनुभव करते हैं, वह मूल रूप से गणना का एक रूप है।