लेखन कोई सभ्य पेशा नहीं है; यह काफी गंदा, सख्त और गंदा है।
(Writing is not a genteel profession; it’s quite nasty and tough and kind of dirty.)
यह उद्धरण लेखन की अक्सर अनदेखी की गई गंभीर वास्तविकता पर प्रकाश डालता है। कई लोग इसे एक शानदार, रोमांटिक प्रयास के रूप में कल्पना करते हैं, लेकिन वास्तव में, इसमें संघर्ष, अनुशासन और दृढ़ता शामिल है। लेखकों को आत्म-संदेह, अस्वीकृति और विचारों को ऐसे शब्दों में अनुवाद करने की चुनौती का सामना करना पड़ता है जो गूंजते हैं। इन कठिनाइयों को स्वीकार करना विकास के लिए महत्वपूर्ण है, जो हमें याद दिलाती है कि निपुणता और रचनात्मकता अक्सर असुविधा और प्रयास के माध्यम से उभरती है। लेखन के 'गंदे' पहलुओं को पहचानने से प्रक्रिया का रहस्य खुल सकता है और इच्छुक लेखकों को कठिनाइयों के बावजूद बने रहने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।