हमारे व्यक्तिगत भय और भावनाएं कई बार सार्वजनिक खतरे से अधिक मजबूत होती हैं। उन्हें गुप्त रखने से, हम उन्हें घातक रहने की अनुमति देते हैं। यदि आप चाहते हैं कि आप इसे दूर कर दें, और ऐसा करने के लिए आपको कुछ स्पष्ट करने में सक्षम होने की आवश्यकता है, तो आपको यह स्वीकार करना चाहिए कि यह मौजूद है।


(Our personal fears and emotions are at times stronger than public danger. By keeping them secret, we allow them to remain malignant. You need to be able to articulate something if you want it to go away, and to do that, you must acknowledge that it exists.)

📖 Azar Nafisi

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अपनी पुस्तक "थिंग्स आई बी इज़ साइलेंट अफु," में अजार नफीसी का तर्क है कि व्यक्तिगत भय और भावनाएं बाहरी खतरों को देख सकती हैं, यह बताते हुए कि हमारे आंतरिक संघर्ष किसी भी सार्वजनिक खतरे की तुलना में अधिक शक्तिशाली कैसे हो सकते हैं। वह उन्हें छिपाने के बजाय इन भावनाओं का सामना करने के महत्व पर जोर देती है, यह सुझाव देती है कि गोपनीयता इन भावनाओं को समय के साथ खराब करने और खराब होने की अनुमति दे सकती है।

नफीसी ने जोर देकर कहा कि इस तरह के डर को पार करने की दिशा में पहला कदम उन्हें स्पष्ट करना है। उनके अस्तित्व को स्वीकार करके, हम उपचार प्रक्रिया शुरू करते हैं और संकल्प की दिशा में काम कर सकते हैं। यह अंतर्दृष्टि समझ और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देने के लिए हमारी भावनाओं के बारे में खुले संवाद की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है।

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अद्यतन
जनवरी 27, 2025

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